ख्वाहिशें

ये हर जिंदगी की कहानी है| एक बार पानी पीने के बाद, आधे घंटे में फिर से, पानी की प्यास लग ही जाती है| जिंदगी की ख्वाहिशो का भी, कुछ ऐसा ही सिलसिला है!| एक पूरी हो जाये तो दूसरी जगती है, और अब मेरी बारी है, ऐसा वो कहती है!| नई नई उम्मीदे जगाती है, पूरा कर लो इसे, फिर कुछ नहीं चाहिए ऐसा कहती है, लेकिन उसके बाद वाली भी, पीछा छोड़ती नहीं है!| बस यही सिलसिला चलता चला जाता है, और आसानी से, इसकी बातो में सभी आ जाते है!| हजारो ख्वाहिशे ऐसी है, जिसे पाने और पूरा करने के लिए, कुछ ओर देखे बिना, सिर्फ दौड़ना ही पड़ता है, बस इसीलिए, भागते रहेंगे तो जिंदगी कब जियेगे? और जिंदगी में क्या पाएगे? लेकिन कई ख्वाहिशे, कुछ सीधा सादा थोड़ा भी करने से, दिल को उमंगो से भर देती है, नयी बहार ले आती है, एक सुकून दे जाती है!| वोही कई ख्वाहिशे, जिंदगी के लिए अनमोल हैँ!| उस हजार और कई में, ...